33 दिवसीय अभिषेकात्मक अतिरुद्र अनुष्ठान प्रयोग (नवमं वर्ष)" के प्रोग्राम में भी पावन श्रावण मास के तीन श्रावण सोमवार के ॐकार अमलेश्वर ज्योतिर्लिङ्ग में सवारी की पालकी का भ्रमण किया गया,और 56 भोग व महाप्रसादी का आयोजन वेदाचार्य पं. राजराजेश्वर दीक्षित (राजगुरु) जी के द्वारा किया गया था।
माँ नर्मदा जी के दक्षिण तट पर स्थित विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग श्री ॐकार अमलेश्वर महादेव जी का "33 दिवसीय अभिषेकात्मक अतिरुद्र अनुष्ठान प्रयोग" नवम् वर्ष की समाप्ति, यह महायज्ञ विश्व कल्याण की कामना करते हुए विश्रामित हुआ। मुख्य यजमानों द्वारा आहुतियां डाली गई। साथ ही संत महात्मा सम्मान एवं ब्राह्मण भोज संपन्न हुआ।