कथा व्यास मा स्वयंप्रभा अनुराधा जी नागर उज्जैन जो की श्री श्री 1008 स्वामी लक्ष्मणानन्द जी महाराज अखंड धाम इंदौर से आध्यात्म दीक्षा प्राप्त की। इनके जन्म के पूर्व ही इनके माता पिता को मा दुर्गा ने स्वप्न देकर कहा था,तुम्हारे यहां भगवती का जन्म अश रूप में होगा। अतः समय पर इनका जन्म गरू पूर्णिमा को हुआ और जन्म नाम भी भगवती ही आया। इन एक आध्यात्मिक परिवार में जन्म होने से इन्हें धार्मिक संस्कार ही मिले। अपने बड़े भ्राता से संगीत के कथा की शिक्षा प्राप्त की। 9 वर्ष की आयु में ही माता जी ने व्यास पीठ पर अपने श्री मुख से प्रवचन आरम्भ कर दिए। जिस परिवार में विवाह हुआ वो भी ज्योतिषी और भागवत प्रवक्ता का परिवार रहा। वर्तमान में माता जी इनके परिवार में 6 ठी पीढ़ी पर कथावाचक है। माता जी के जीवन का एक ही उद्देश्य है,नई पीढ़ी को पाश्चात्य से बचाना,कुरुतियों को दूर करना,बालिका शिक्षा पर जोर देना,नारी चेतना को जगाना,धर्म की सही व्याख्या कर धर्म के प्रति जन मानस में रुचि और प्रेम जगाना। माता जी बाल्यकाल से ही बहुमुखी प्रतिभा की धनी रही। इनकी अमृत मई वाणी से कई लोग नशा मुक्त हुए,बुरी वृत्ति वाले सही मार्ग पर चलने लगे,बिगड़े हुए दाम्पत्य जीवन में सुधार आया।इसी तरह ये समाज सेवा करती है व विशिष्ठ व्यक्तित्व की धनी है,,,,,, एक 300 वर्ष पुराना दिव्य ग्रन्थ भी मा स्वयंप्रभा जी के पास है जिसे "कर्म विपाक शास्त्र" कहते है उसी के द्वारा जटिल समस्याओं का निदान करती है जैसे निसंतान को संतान प्राप्त करना,कन्या है तो पुत्र कि प्राप्ति,नोकरी,शारीरिक रोग,विवाह का योग,दाम्पत्य से संबंधित,परिवार में परेशानी,बार बार गर्भ पात होना आदि आदि सम्याओ का निवारण माता जी के पास मिलता है। इनका जीवन समाज कल्याण,समाज सेवा,और राष्ट्र कार्य के लिए पूर्ण रूपेण समर्पित है। वर्तमान में स्वयंप्रभा माताजी का निवास मक्सी रोड हजारी हनुमत आश्रम मक्सी रोड पर है।
Learn Moreजय श्री महाकाल परम पूज्य श्री मद् भागवत प्रवक्ता श्री श्री 108 श्री उद्धव दास जी महाराज (फलाहारी) आप बड़े ही सरल स्वभाव के धनी है आप अपनी मधुर वाणी में बड़ी ही सरलता से श्रीमद्भागवत पुराण का उच्चारण करते हैं आपका मूल ध्यान केवल भागवत मैं उच्चारित विषयों पर ही होता है महाराज जी का सरल स्वभाव ही मुख्य पहचान है आप समाज सेवा जन कल्याण हेतु कार्य करते हैं आपका व्यक्तित्व सेवाभावी एवं सरल है
Learn Moreपूज्य श्री प्रतिभा पंड्या दीदी महाराज भारत की वैष्णव संत परंपरा के ओजस्वी नक्षत्र है जिन्होंने अपने कथा वाचन शैली से कथा परंपरा को नया आयाम दिया है आपने अपने इस जीवन काल में आपने देश के उच्च श्रीमद् भागवत कथा कारों में अपना स्थान बना लिया है आप की रसमयी धाराप्रवाह वाणी श्रोताओं को एक अलौकिक आनंद की अनुभूति कराती है और भक्तजन श्रद्धा और भक्ति से विभोर होकर सहज ही कृष्ण चरणारविंद में स्वयं को समर्पित कर देते हैं ब्रज के स्वर्णिम विकास में आप सनातन धर्म के प्रचार श्रीमद् भागवत कथा श्री राम कथा समर्पित है।
Learn Moreसाध्वी जय प्रिया दीदी (बरसाना से) भारत की वैष्णव संत परंपरा के ओजस्वी नक्षत्र है जिन्होंने अपने कथा वाचन शैली से कथा परंपरा को नया आयाम दिया है आपने अपने इस जीवन काल में आपने देश के उच्च श्रीमद् भागवत कथा कारों में अपना स्थान बना लिया है आप की रसमयी धाराप्रवाह वाणी श्रोताओं को एक अलौकिक आनंद की अनुभूति कराती है और भक्तजन श्रद्धा और भक्ति से विभोर होकर सहज ही कृष्ण चरणारविंद में स्वयं को समर्पित कर देते हैं ब्रज के स्वर्णिम विकास में आप सनातन धर्म के प्रचार श्रीमद् भागवत कथा श्री राम कथा समर्पित है
Learn Moreपरम पूज्य कथा व्यास परम गो भक्तों पंडित दिनेश जी शर्मा मांगलिया इंदौर आप परम पूज्य श्री गुरुदेव महामंडलेश्वर आचार्य स्वामी श्री प्रणवानंद सरस्वती जी महाराज श्री वृंदावन धाम के शिष्य हैं आप सनातन धर्म का प्रचार करते हुए समाज में श्रीमद् भागवत कथा को अपना जीवन समर्पण समर्पित किए हुए हैं गुरुजी के द्वारा इस संसार में धर्म के प्रति अरुचि और भ्रांति पाल रहे जो नौजवान युवक युवतियां पश्चात संस्कृति को मानकर सनातन धर्म से रुख मोड़ कर दिशा विहीन मार्ग का अनुसरण कर रहे हैं ऐसे नव युवक युवतियों को धर्म के मार्ग पर लाकर उनका जीवन और चरित्र मंगलमय बनाने हेतु इस शुभ संकल्प के माध्यम से भागवत कथा प्रचार प्रसार कर रहे हैं। सरल एवं सहज स्वभाव के धनी आदरणीय गुरु जी के जीवन काल में कुछ ऐसी घटना घटित हुई जिससे गुरु जी ने अपना जीवन परिवर्तन कर सिर्फ गौ सेवा को लक्ष्य बनाकर कार्य करने का संकल्प लिया घटना कुछ इस प्रकार है जन्माष्टमी के दिन 2016 को एक सड़क दुर्घटना में दो गौ माता की मृत्यु हो गई एवं दो गौ माता पूरी तरह से घायल हो गई इसके बाद गुरु जी ने संकल्प लिया कि वह जब तक मांगलिया क्षेत्र में सर्व सुविधा युक्त गौशाला का निर्माण नहीं करवा देते हैं वह अपनी चरण पादुका का त्याग कर गौशाला के लिए संकल्पित रहेंगे और गौ सेवा में जुट गए इसके लिए उन्होंने श्री बांके बिहारी गौ सेवा संस्थान का एक ट्रस्ट भी पंजीयन करवाया है।
Learn Moreपरम पूज्य मालवा माटी के संत श्री पंडित लक्ष्मी नारायण जी शर्मा उज्जैन आप सरल सहज स्वभाव के धनी है आपके मुखारविंद से श्रीमद् भागवत कथा का एक अलौकिक आनंदमय रसपान करवा कर समाज में बढ़ रही विकृतियों को दूर कर समाज को सनातन धर्म का ज्ञान करवाते हुए लोगों को सत्य मार्ग पर लाने का कार्य किया जाता है श्रीमद् भागवत कथा प्रवक्ता में गुरु जी का एक विशेष स्थान है गुरुजी की संगीतमय कथा मां सरस्वती का आशीर्वाद एवं वृंदावन के नंदलाला के दर्शन का अद्भुत दर्शन लाभ का अनुभव प्राप्त होता है।
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